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योग के बारे में कुछ रोचक तथ्य:।Some interesting facts about yoga:

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योग के बारे में कुछ रोचक तथ्य:।Some interesting facts about yoga: 1. योग का इतिहास:  योग की उत्पत्ति भारत में 5,000 साल से भी अधिक समय पहले हुई थी। सिंधु घाटी सभ्यता (3300-1300 ईसा पूर्व) में खुदाई में मिली मूर्तियाँ योग मुद्राओं (आसनों) में लोगों को दर्शाती हैं। "योग" शब्द संस्कृत से आया है जिसका अर्थ है "एकजुट होना" या "जुड़ना"। 2. योग के प्रकार: हठ योग: शारीरिक मुद्राओं (आसनों) और सांस लेने के व्यायामों (प्राणायाम) पर केंद्रित है।  कर्म योग: निस्वार्थ कर्म और सेवा पर केंद्रित है।  ज्ञान योग: ज्ञान और आत्मज्ञान प्राप्ति पर केंद्रित है।  भक्ति योग: ईश्वर के प्रति प्रेम और भक्ति पर केंद्रित है।  राज योग: ध्यान और चेतना पर केंद्रित है। 3. योग के लाभ:  शारीरिक स्वास्थ्य: योग मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, लचीलापन बढ़ाता है, संतुलन और समन्वय में सुधार करता है, और हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।  मानसिक स्वास्थ्य: योग तनाव, चिंता और अवसाद को कम करता है, एकाग्रता और स्मृति में सुधार करता है, और बेहतर नींद को बढ़ावा देता है।  आध्यात्मिक स्वास्थ्य: योग...

गर्मी मे आपके शरीर और दिमाग को शांत रखने वाले प्राणायाम। Cooling pranayama in summer heat।

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गर्मी मे आपके शरीर और दिमाग को शांत रखने वाले प्राणायाम। Cooling pranayama in summer heat। नमस्कार! आज हम गर्मी से राहत दिलाने वाले कुछ सरल और प्रभावी प्राणायामों के बारे में जानेंगे।  गर्मी का मौसम कई स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है, जैसे थकान, निर्जलीकरण, चिड़चिड़ापन और नींद की कमी। प्राणायाम न केवल आपको शांत और तनावमुक्त रखने में मदद कर सकते हैं, बल्कि वे आपके शरीर को ठंडा रखने और समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में भी सहायक होते हैं।  शीतली प्राणायाम  1. शांत और आरामदायक बैठें। 2. अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और अपनी आँखें बंद कर लें। 3. अपनी जीभ को बाहर निकालें और उसे थोड़ा मोड़कर, सिकुड़े हुए होठों से धीरे-धीरे साँस लें। 4. जैसे कि आप एक पुआल के माध्यम से साँस ले रहे हों। 5. थोड़ी देर रोकें, फिर धीरे-धीरे नाक से साँस छोड़ें। 6. 10-15 बार दोहराएं। भ्रामरी प्राणायाम  1. शांत और आरामदायक बैठें। 2. अपनी आँखें बंद कर लें और अपने अंगूठे से अपने कान बंद कर लें। 3. अपनी तर्जनी और मध्यमा उंगली से अपनी भौंहों को छूएं। 4. गहरी साँस लें और "भ्रम" ध्वनि का जाप करें।...

खिलाडी को खेल मे जितने के लिए कौनसे गुनोकी आवश्यकता होती है। What are the qualities a player needs to win the game?

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  खिलाडी को खेल मे जितने के लिए कौनसे गुनोकी आवश्यकता होती है। What are the qualities a player needs to win the game? खिलाड़ी के गूणविशेष कई मायनों में हो सकते हैं, जो उनकी क्षमताओं, कौशल, दम, और प्रदर्शन को दर्शाते हैं। यहां कुछ प्रमुख गूणविशेष दिए गए हैं जो खिलाड़ियों में देखे जाते हैं: 1. दृढ़ संकल्प: एक उत्कृष्ट खिलाड़ी में यह गुणविशेष महत्वपूर्ण होता है। वह अपार संकल्प और समर्पण के साथ अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रयास करता है। 2. शारीरिक ताकत: एक अच्छा खिलाड़ी शारीरिक रूप से स्वस्थ, मजबूत, और टोन्ड होता है। वह ऊर्जावान रहता है और लंबे समय तक उच्च प्रदर्शन कर सकता है। 3. तकनीकी कौशल: खिलाड़ी की तकनीकी कौशल की उच्च स्तर पर रहने से उन्हें अपने खेल को उन्नत करने में मदद मिलती है। यह समय, स्थिति और प्रतिस्पर्धी के खिलाफ चुनौतियों को समझने और उनका सामना करने की क्षमता शामिल करता है। 4. मानसिक स्थिरता: एक मानसिक दृष्टि से बलवान खिलाड़ी अवस्थाओं के लिए तैयार रहता है और दबाव के बीच भी अपनी क्षमताओं का उपयोग करता है। वह अड़चनों के साथ बाहरी चिंताओं को नियंत्रित कर सकता है और संकट क...

फाइबर युक्त आहार की आवश्यकता और स्त्रोत। Need and sources of fiber rich diet.

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  फाइबर युक्त आहार की आवश्यकता और स्त्रोत। Need and sources of fiber rich diet. फाइबर स्वस्थ आहार का एक आवश्यक घटक है और विभिन्न पौधों पर आधारित खाद्य पदार्थों में पाया जाता है। यह एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है जिसे मानव शरीर पचा या अवशोषित नहीं कर सकता है, पाचन तंत्र से अपेक्षाकृत बरकरार रहता है। अपने आहार में फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करने से समग्र स्वास्थ्य और कल्याण के लिए कई लाभ होते हैं।   यहां फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों के कुछ उदाहरण दिए गए हैं:  1. फल: कई फलों में अच्छी मात्रा में आहार फाइबर होता है। सेब, नाशपाती, जामुन, संतरे और केले उत्कृष्ट विकल्प हैं।  2. सब्जियाँ: सब्जियाँ आमतौर पर फाइबर से भरपूर होती हैं। ब्रोकोली, गाजर, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, केल, पालक और शकरकंद कुछ फाइबर से भरपूर विकल्प हैं।  3. साबुत अनाज: साबुत अनाज उत्पादों जैसे साबुत गेहूं की ब्रेड, ब्राउन चावल, दलिया, क्विनोआ और साबुत अनाज पास्ता का विकल्प चुनें। इनमें परिष्कृत अनाज की तुलना में अधिक फाइबर होता है।  4. फलियां: बीन्स, दाल, छोले और मटर फाइबर के बेहतरीन स्रोत...

प्रतिरक्षा शक्ति कैसे बढ़ाएं। How to increase immunity power.

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  प्रतिरक्षा शक्ति कैसे बढ़ाएं। How to increase immunity power. यह बहुत खुशी की बात है कि हम हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से एक पर बात कर रहे हैं, अर्थात् अपनी प्रतिरक्षा शक्ति कैसे बढ़ाएं।   हम सभी जानते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य और खुशहाली को बनाए रखने के लिए एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली महत्वपूर्ण है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम इसके विकास की दिशा में नपे-तुले कदम उठाएं।   शुरुआत के लिए, संतुलित और पौष्टिक आहार महत्वपूर्ण है। अस्वास्थ्यकर प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों को कम करते हुए विभिन्न प्रकार के फलों और सब्जियों का सेवन आपकी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाने में काफी मदद कर सकता है। हाइड्रेटेड रहना और स्वस्थ वजन बनाए रखना भी उतना ही महत्वपूर्ण है।   पर्याप्त नींद, नियमित व्यायाम और ध्यान और माइंडफुलनेस का अभ्यास करके तनाव के स्तर को कम करना भी आपकी प्रतिरक्षा शक्ति के विकास में काफी योगदान दे सकता है।   अंत में, अच्छी स्वच्छता प्रथाओं को बनाए रखना आवश्यक है जैसे नियमित रूप से साबुन और पानी से हाथ धोना और बीमार व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क से बचना।  ये उन ...

Karate side face kick practice। How to karate face kick। बेस्ट कराटे किक।

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Karate fight kick attack tutorial। Martial arts training। Kick practice।

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क्या दौड़ते समय मुंह बंद रखना सही है? Is it okay to keep your mouth shut while running?

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  क्या दौड़ते समय मुंह बंद रखना सही है? Is it okay to keep your mouth shut while running? रनिंग /दौड़ना - एक कंपलीट एक्सरसाइज है। रोजाना दौड़ने से हमे शरीर स्वास्थ्य की दृष्टि से काफी लाभदायक है। रोजाना दौड़ने से हमारे मसल्स मजबूत होते ही है, पर हमारे फेफड़ों को इससे ज्यादा फायदा होता है। साथ ही हमारे दिमाग के लिए भी दौड़ना काफी अच्छा साबित होता है। यह सब लाभ हमें नियमित रूप से दौड़ने पर मिलते हैं। इसमे दौड़ते समय स्पीड और अंतर के आधार पर फिटनेस को जाना जाता है। तो इसी फिटनेस लेवल को बढ़ाने के लिए लोग अलग-अलग तरीके अपनाते हैं और कुछ गलत धारणाएं भी चली आ रही है इसमें से ही एक "दौड़ते समय अपना मुंह बंद रखने से स्टेमिना बढ़ता है" तो यह काफी गलत है। जब हम दौड़ते हैं, तब हमारे शरीर में ऑक्सीजन की जरूरत बढ़ती है। इसलिए दौड़ते समय हमें हमारे नाक और मुंह दोनों से ही सांस लेते रहना चाहिए। जिससे कि ज्यादा ऑक्सीजन हमें मिलता रहेगा और हम बिना थके ज्यादा देर तक दौड़ सकेंगे।   लंबी दौड़ और स्टेमिना बढ़ाने के लिए आसान टिप्स।   १ दौड/ रनिंग की शुरुआत में वॉर्म अप करें - रनिंग के शुरुआत ...

स्वस्थ होना और फिट होने में क्या अंतर है? What is the difference between being healthy and being fit?

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स्वस्थ होना और फिट होने में क्या अंतर है? What is the difference between being healthy and being fit?   आइए फिटनेस को समझें।   लोग फिटनेस को पूरी तरह से गलत समझते हैं। लोग सोचते हैं कि यदि वे अधिक तीव्रता से व्यायाम करते हैं (बहुत अधिक वजन के साथ व्यायाम करते हैं) या यदि वे कार्डियो के दौरान बिना रुके लंबी दूरी तक दौड़ सकते हैं, या यदि उनका शरीर अधिक लचीला है। बहुत से लोग स्वस्थ और फिट के बीच दो चीजों को भ्रमित करते हैं। वे इन दोनों बातों को एक मानते हैं। दरअसल ये दोनों चीजें अलग हैं और इनके मायने भी अलग हैं। स्वस्थ का अर्थ है कि व्यक्ति को कोई बीमारी नहीं है, कोई शारीरिक अक्षमता नहीं है और फिट का अर्थ है किसी भी शारीरिक कार्य को आसानी से करने की क्षमता। जब कोई व्यक्ति शारीरिक रूप से चुनौतीपूर्ण कार्य करता है, तो शरीर के सभी अंग/अंग मिलकर उसे चुनौतीपूर्ण बनाने का काम करते हैं। यह शरीर के हर अंग के लिए एक चुनौती है। किसी भी शारीरिक चुनौती को न्यूनतम प्रयास के साथ पूरा करना ही फिटनेस है। एक व्यक्ति जो फिट है वह अपने दैनिक जीवन की गतिविधियों को करने में अत्यधिक कार्यात्म...

खानपान संबंधी अच्छी बातें। Good things about food.

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  खानपान संबंधी अच्छी बातें। Good things about food.   खाना हमारे सेहत के लिए जरूरी होता है। खाने से ऊर्जा पाकर हम हमारे दैनंदिन कामकाज सुचारू रूप से पूरा करते हैं, और हमारे शरीर को भी तंदुरुस्त रखने के लिए अच्छा और सेहतमंद खाना जरूरी होता है। कुछ लोग भरपूर मात्रा में खाकर भी उन्हें सेहत संबंधी शिकायतें होती है, क्योंकि उन्हे खानपान संबंधी जरूरी बातों की समझ नहीं होती या फिर वह लापरवाह होते हैं। किसी भी समय बस खाते रहते हैं, इससे मोटापा इस तरह की समस्याओं का वह शिकार होते हैं।  सुबह का नाश्ता  सुबह हम अपने जरूरी काम निपटा कर योग, एक्सरसाइज, या पूजा अर्चना करने के बाद घर से बाहर जाने से पहले या रेडी होने की 1 घंटे के भीतर हमें नाश्ता कर लेना चाहिए। जिससे हमें ऊर्जा मिलती है और हम अपने दिन की शुरुआत अच्छे से कर सकते हैं।   दोपहर का खाना  नाश्ते के चार-पांच घंटे के बाद आप दोपहर का खाना खा लेना चाहिए अगर बढ़ते बच्चे हैं तो भर पेट खाना चाहिए जिसमें दाल- रोटी सब्जी- चावल आदि हेल्दी फूड खाना चाहिए।   दोपहर का नाश्ता  फल खाने के लिए यह समय काफी अच्छा होता...

फेंटबॉल खेल के नियम तथा खेल प्रदर्शन। The rules and sports performance of the feintball

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  फेंटबॉल खेल के नियम तथा खेल प्रदर्शन। The rules and sports performance of the feintball  खेल का मैदान -  1 क्षेत्र का आयाम - क्षेत्र आकार में आयताकार है और मिट्टी या सीमेंट या सिंथेटिक से बना हो सकता है।  2 खेल मैदान की लंबाई 15 मीटर (साइड लाइन) और चौड़ाई 6 मीटर (बेस लाइन) है।   3 मैदान के बीच में जोन रेखा होती है।  4 मैदान के दो पार्श्व रेखाओं को जोड़ने वाली मध्य रेखा कहलाती है। सेटर सीधे नेट के नीचे होता है। 5 सेन्टर लाइन  रेखा से 1 मीटर दोनों तरफ की दूरी को मृत रेखा (डेड लाइन)कहा जाता है।  6 डेड  लाइन से 3.5 मीटर की दूरी पर  ज़ोन लाइन (वर्टिकल ज़ोन लाइन), ज़ोन लाइन (वर्टिकल) और बेस लाइन को इंटरसेक्ट करने वाली लाइन ज़ोन है।   नोट: 1 खेल मैदान क्षेत्र की प्रत्येक लाइन 5 सेमी है। 2 खेल मैदान की दिशा उत्तर दक्षिण होनी चाहिए।   नियम 2.    खेल सामग्री -  जाल (नेट) - जाल की लंबाई 6.10 मीटर और चौड़ाई 0.70 मीटर है। जमीनी स्तर से के केंद्र तक ।  सीनियर और जूनियर के लिए नेट की ऊंचाई 1.80 मीटर (ऊपरी तरफ) होन...

कुलिंग डाउन एक्सरसाइज कब और कैसे करें। When and how to do the cooling down exercise.

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  कुलिंग डाउन एक्सरसाइज कब और कैसे करें। When and how to do the cooling down exercise.   कुलिंग डाउन क्या है?  खिलाड़ी जब मैदान पर खेलते हैं तो खेल में वह अपनी पूरी ताकत लगा देते हैं हर हाल में जीतना चाहते हैं। खेल मे जितना ही उनका मकसद होता है। मैच के दौरान वह काफी मेहनत करते हैं। जिससे वह काफी थक जाते हैं। उनके स्नायु दर्द करने लगते हैं। इस स्थिती में स्नायु को रिलैक्स करने के लिए जो हल्के से एक्सरसाइज करनी होती है, उसे कूलिंग डाउन एक्सरसाइज कहा जाता है । कूलिंग डाउन करने के बाद स्नायु रिलैक्स होते हैं और दूसरे दिन तंदुरुस्ती के साथ मैदान पर अच्छे से वह खिलाड़ी खेल सकते हैं।   कूलिंग डाउन एक्सरसाइज कब करें।  कॉलिंग डाउन एक्सरसाइज खिलाड़ी उनका वर्कआउट या खेल खत्म होने के बाद ग्राउंड छोड़ने से 10 मिनट पहले यह एक्सरसाइज आरंभ करनी है। जिससे कि थकान और स्नायु को (रिलीफ) आराम मिले।   कौन सी एक्सरसाइज करें।  वर्कआउट या मैच के बाद जब हम कूलिंग डाउन एक्सरसाइज करते हैं, वह एक्सरसाइज हर खेल के लिए अलग-अलग  तरह से की जाती है। जैसे फुटबॉल और एथलीट को पैर के ...

क्या 40 की उम्र में भी जिम या वेट ट्रेनिंग करना चाहिए? Should I do gym or weight training even at 40?

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  क्या 40 की उम्र में भी जिम या वेट ट्रेनिंग करना चाहिए? Should I do gym or weight training even at 40?   उम्र 40 जीवन का वह पड़ाव है जहां से इंसान अपनी आधी जिंदगी जी कर बच्ची वाली जिंदगी के तरफ बढ़ रहा होता है। अभी तक वह शादी, बच्चे और काम या नौकरी में सेट हो जाता है। अपनी जरूरतें पूरी करते-करते वह खुद की पर्सनल लाइफ भूल जाता है। उसकी डेली रूटीन काफी बिजी होती है। नौकरी के साथ घर की जरूरतें पूरी करने में उसका पूरा दिन निकल जाता है। इस तरह की जीवन शैली से काफी चीजों का को वह समय नहीं दे पाता है। जैसे समाज, रिश्तेदार और फिजिकल फिटनेस।  तो अगर हमें आगे की जिंदगी अच्छे से बितानी है, तो हमें यह खास बातें अभी से अमल करनी चाहिए। जिससे कि हमारे आगे की जिंदगी आराम से और अच्छे से बीते। १ हेल्थ चेक अप-  इस उम्र में आपके बाल झड़ने और पकने लगते हैं। हेल्थ पर ध्यान न देने से सेहत से जुड़ी हल्की बीमारियां दस्तक देने लगती है। आंखों की समस्या भी यही उम्र में महसूस होती है। इसलिए सबसे पहले हेल्थ चेकअप करना जरूरी है। इसके बाद हमें आगे की उपाय योजना करना आसान हो जाता है।   २ खान-प...
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  रनिंग स्टैमिना कैसे बढ़ाए। How to increase running stamina.   1600 मीटर दौड़ समय सीमा के अंदर पूरा कैसे करें। फौज या पुलिस भर्ती की तैयारी कर रहे जवानों के लिए फिजिकल टेस्ट से गुजरना पड़ता है। जिसमें दौड़ना महत्वपूर्ण होता है, निर्धारित समय में जो दौड़ पूरी कर लेते हैं उन्हें ही आगे की प्रक्रिया में स्थान दिया जाता है। इसलिए रनिंग भर्ती प्रक्रिया में महत्वपूर्ण होती है। इसलिए जो नए जवान भर्ती की तैयारी कर रहे हैं उन्हें कैसे दौड़ना है, और रनिंग का स्टैमिना किस तरह से बढ़ाया जाता है। यह आज हम जाने वाले हैं।     रनिंग से पहले यह करें।   १ स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज  २ रस्सी कूदना  ३ जंपिंग करना  4 तैरना  5 हफ्ते में एक दिन पहाड़ पर दौड़  6 योगा और ब्रिथिंग एक्सरसाइज।   नियमित दौड़ में सुधार।   जो स्टूडेंट नए हैं वह यह बात जान ले कि रनिंग नियमित रूप से करना है। रनिंग का स्टैमिना बढ़ाने के लिए सुबह जल्दी उठ कर फ्रेश हवा में रनिंग का अभ्यास करें अगले दिन जितनी देर रनिंग करनी है समय सेट कर करें। अगले दिन उसी समय में 5 से 10 सेकंड जल्दी र...

बच्चों को मोबाइल की दुनिया से बाहर कैसे लाए।। How to get rid of mobile habit of kids

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बच्चों को मोबाइल की दुनिया से बाहर कैसे लाए। How to get rid of mobile habit of kids.   मोबाइल की आदत- अगर आपका बच्चा भी मोबाइल से चिपका रहता है तो आपको सतर्क रहने की जरूरत है। आपकी बच्चों का ज्यादा मोबाइल का इस्तेमाल उसके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालता है। मोबाइल के ज्यादा देखने से आखें, गर्दन तथा कई शारीरिक बीमारियों का वह शिकार हो सकता है।   बच्चों की मोबाइल की लत छुड़ाने के उपाय। १ आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में हम अपने बच्चों को ज्यादा समय नहीं दे पाते हैं। कई बार वह कोई बात या जानकारी पूछने पर हम उसे टालने के लिए उन्हें मोबाइल देकर चुप करते कराते हैं। ऐसे समय में हम उनके प्रश्न का उत्तर देना चाहिए। उनके साथ ज्यादा समय व्यतीत करना चाहिए।  २ घर पर खाली समय में घर कामों में बच्चों की मदद ले उनको छोटे-छोटे काम करना सिखाए।  ३ बच्चों की पसंदीदा एक्टिविटी में उनकी मदद करें।  4 उन्हें जो पसंद है वह क्लास भी लगा सकते हो जैसे आर्ट्स, ड्राइंग, खेल, डांस आदि।  ५ बच्चों को प्रकृति की जानकारी दें। मैदानी खेल के लिए प्रेरित करें।  ६ अपने बच्चों ...

बालासन करने की विधि और लाभ। How to do practice balasana।

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  बालासन करने की विधि और लाभ। How to do practice balasana।   बालासन यह एक संस्कृत शब्द है इसमें  ( बाल+ आसन) बाल का अर्थ होता है शिशु और आसन का मतलब मुद्रा शिशु जैसी मुद्रा। कभी-कभी बालक इसी अवस्था में सोते हैं यह एक आराम की स्थिति है।   बालासन करने की विधि  १ सबसे पहले आप योगा मैट पर वज्रासन में बैठ जाए। २ इस अवस्था में दोनों हाथ ऊपर की ओर सीधे कर सांस भरना है।  ३ अब कमर से सामने की ओर सांस छोड़ते हुए अपना माता जमीर पर टेक देना है।  ४ अगर आपका माथा जमीन पर टिकने में दिक्कत हो तो अपना हाथ के पंजों की मुठ्ठी बनाकर उसपर अपना सर कम से कम 5 मिनट रखना है। ५ अब सांस भरकर ऊपर मूल स्थिती वज्रासन में आ जाए।   बालासन के फायदे १ बालासन नियमित रूप से करने से पाचन क्रिया में सुधार होता है।  २ पेट की सभी समस्याओं में लाभ होकर चर्बी कम होती है।  ३ रीड की हड्डी लचीली और मजबूत होती है।  ४ पैर के सभी अंगों का विकास होता है।  ५ रक्त प्रवाह सिर तक होने से मानसिक शांति और एकाग्रता बढ़ती है।   नोट- १  घुटना या पैर में चोट हो तो यह आसन ना क...

कराटे प्रतियोगिता कैसे खेली जाती है? How is karate competition played?

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कराटे प्रतियोगिता कैसे खेली जाती है? How is karate competition played?   कराटे प्रतियोगिता से जुड़ी हर तैयारी की जानकारी- कराटे वैसे तो आत्मरक्षा के लिए जाना जाता है। पर यह एक खेल के रूप में भी काफी मजेदार और कौशल पूर्ण है। कराटे की जिला लेवल से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतियोगिताएं होती है। तो आज हम कराटे की प्रतियोगिता से जुड़े हर जरूरी बातों को जानने वाले हैं।   सुरक्षा साधन - (sefty equipment) कोई भी खेल हो उसे खेलने से पहले हमें अपनी सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए। तभी जाकर हम अच्छी तरह से खेल को खेल सकते हैं। तो खिलाड़ी की सुरक्षा के लिए कराटे में भी उच्च सुरक्षा साधनों का उपयोग किया जाता है। १ चेस्ट गार्ड- जो पेट,  शीना और बैक साइड को सुरक्षा प्रदान करता है।  २ हेड गार्ड - जिससे हमारा सिर और मुंह बचा रहता है। 3 तीथ गार्ड - जो हमारी दातों की सुरक्षा करता है। ४ सेंटर गार्ड - हमारी नाजुक अंग की सुरक्षा के लिए होता है। ५ हैंड ग्लब्स - हाथ से होने वाली मार   की तीव्रता  को कम करता है। ६ शिन गार्ड - किक की मार से बचाता है।   कराटे की फाइटिंग एरिया ...

हनुमान दंड कैसे लगाए। Method and benefits of Hanuman dand (push ups)

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  हनुमान दंड कैसे लगाए। Method and benefits of Hanuman dand (push ups) हनुमानजी शौर्य और ताकत के प्रतीक है। यह दंड नियमित रूप से करने पर हमें इसी तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। यह एक कंपलीट वर्क आउट है। इससे हमें शक्ति और लचीलापन प्राप्त होता है।  हनुमान दंड लगाने का तरीका   १ अपने हाथ और पैर जमीन पर दंड पोजीशन में रखे। २ शुरुआत में सीधा पैर घुटने से मोड़कर आपके हाथ के बाजू में रखकर दंड लगाए। ३ दंड लगाने के बाद अपना पर उसी स्थान पर दंड पोषण में ले जाए। ४ अब यही क्रिया दूसरे पैर के साथ करें। ५ इस तरह अपनी क्षमता अनुसार इस दंड को लगाए। हनुमान दंड नियमित करने से होने वाले लाभ। १ शरीर के सभी जोड़ों का व्यायाम होता है। २ हाथ के बाजू मजबूत बनते हैं। ३ छाती चौड़ी और मजबूत होती है।  ४ हमारे कंधे भारदार और मजबूत होते हैं।  ५ पीठ के स्नायु लचीले और मजबूत होते हैं।  ६ एथलेटिक्स धावक की धावन क्षमता में बढ़ोतरी होती है।  ७ शक्ति में बढ़ोतरी होती है।   नोट- जिन्हें कमर में दर्द या कोई बीमारी हो वह डॉक्टर की सलाह के बाद ही यह वर्कआउट करें।   हनुमान दंड ल...

बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा , तो ये उपाय करें! Baby is not gaining weight So do this remedy!

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  बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा , तो ये उपाय करें! Baby is not gaining weight So do this remedy!   अगर आपके बच्चे का वजन नहीं बढ़ रहा है, तो उसकी डाइट में शामिल करें ये  चीजें, उसकी सेहत में सुधार होना शुरू हो जाएगा।  आप अपने दुबले-पतले बच्चों का वजन बढ़ाने के लिए उनके आहार में कुछ खास चीजें शामिल कर सकते हैं। आइए जानें कुछ खाद्य पदार्थों के बारे में। कई बार बच्चे ठीक से खाना नहीं खाते हैं और इससे उनकी सेहत पर असर पड़ता है। वे भोजन को फेंक देते हैं या घर के एक कोने में छिप जाते हैं, जिससे उन्हें आवश्यक पोषक तत्व नहीं मिल पाते हैं। बच्चे का वजन क्यों नहीं बढ़ रहा है, इस पर भी ध्यान देना जरूरी है।  हर माता-पिता अपने बच्चे के अच्छे शारीरिक और मानसिक विकास के लिए प्रयास करते हैं। इसके लिए वह अपने बच्चे के दैनिक आहार में उचित पोषक तत्वों को शामिल करने की कोशिश करते हैं ताकि बच्चे का वजन अच्छी तरह से बढ़ सके।  लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं जिन्हें जन्म के समय कम वजन के बच्चों के आहार में शामिल करने की आवश्यकता होती है ताकि वे स्वस्थ रह सकें। इसके लिए संतुलित आहार और देखभा...

एक्सरसाइज की शुरुआत कैसे करे। How to start exercise

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एक्सरसाइज की शुरुआत कैसे करे। How to start exercise   हमें तंदुरुस्त रहने के लिए हेल्दी डाइट के साथ हमें शारीरिक व्यायाम (एक्सरसाइज) करना भी जरूरी है। जिससे हमारी मसल्स ताकतवर बनते हैं। साथ ही पूरे दिन भर हम स्फूर्ती से भरे होते हैं।परिणाम स्वरूप हम अपने काम को अच्छी तरीके से बिना थके उल्लास के साथ पूरा कर सकते हैं।   जब हमारे शरीर में कुछ दर्द, या समस्या शुरू होती है तो अक्सर लोग व्यायाम करना शुरू करते हैं। पर वह समझ नहीं पाते कि एक्सरसाइज की शुरुआत कैसे करें? कौन-कौन सी एक्सरसाइज करें? तो आज हम बेसिक एक्सरसाइज कैसे करें! इस बात को जाने वाले हैं।   एक्सरसाइज शुरू करने से पहले हमें कुछ देर धीरे चलना है। फिर थोड़ी स्पीड को बढ़ाना है, बाद में दौड़ना है। इस तरह से धीरे-धीरे हमारे बॉडी को हमें गर्म करना है। दौड़ना संभव ना हो तो एक जगह पर ही स्पॉट जम्प करनी है। यह वर्कआउट आपको 5 से 10 मिनट तक करना है।   इसके बाद हमें स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज शुरू करना है।  १ गर्दन के व्यायाम प्रकार - नेक रोटेशन, साइट टू साइट अप एंड डाउन, एंड फुल रोटेशन  २ हाथ/ कंधे के व्यायाम प्रकार...