हर माँ बाप को यह जान लेना चाहिए?

 हर माँ बाप को यह जान लेना चाहिए?

वय संधि : परिपक्वता यह एक महत्वपूर्ण और काफी जटिल प्रक्रिया है। वय संधि का मतलब बच्चों की बचपन से लेकर मैच्योर (पुरुष ) होने तक का सफर होता है । 

इस लंबे दौर में काफी जटिल और विविध स्थितियों का उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है । यह उम्र लड़कों में 12 वर्ष से 19 वर्ष तक होती है, वहीं लड़कियों में यह अवधि 10 वर्ष से 16 वर्ष के आसपास होती है। साधारणत: लड़कियां लड़कों के मुकाबले जल्दी समझदार होती है। इस दौर में बच्चों की लंबाई, वजन, और समझदारी बढ़ती है । अचानक आए इस बदलाव को संभाल पाना बच्चों के लिए थोड़ा मुश्किल होता है। इस वक्त में बच्चों की सोच बन रही होती है। वह स्वतंत्र रहना चाहते हैं, अपने फैसले खुद लेना पसंद करते हैं। नई सोच से अपनी मर्जी में रहना पसंद करते हैं। सब चीजें करके देखना चाहते हैं, अच्छे और बुरे का फैसला खुद करना पसंद करते हैं। अपनी सोच को सच करने का प्रयास करते हैं।

 लड़कियों के लिए भी यह समय काफी उलझन भरा होता है। लड़कियों के शरीर में हुए बदलाव से बहुत सारे प्रश्न को जानने की वह कोशिश करती है। लड़कियां भी सपनों की दुनिया में विहार करती है ।

 यही वह समय होता है , जब पालक अपने बच्चों को इस उम्र में दोस्त बन कर रहे। उसे  इस स्थिति के बारे में जानकारी दें । मार्गदर्शन करें । उसकी समस्याओं का निराकरण करने की कोशिश करें । अच्छे और बुरे का फर्क बताएं उसे अकेला ना रहने दें। इससे वह स्थिति से बाहर आकर एक अच्छा व्यक्ति बनकर समाज में अच्छा व्यक्ति बन सकता है। अपनी शक्ति को अच्छे कामों में लगा कर जिंदगी में सफलता प्राप्त कर सकता है।



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