खिलाड़ी की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए?
खिलाड़ी की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए?
हर कामयाब खिलाड़ी अपने कड़ी मेहनत साथ ही स्वयंशिस्त (अनुशासन) से वह कामयाबी हासिल कर सकता है। बगैर अनुशासन के कड़ी मेहनत भी विफल हो सकती है इसलिए हर खिलाड़ी में कुछ आदते और अपनी दिनचर्या एक शिस्तबद्ध तरीके से व्यतीत करनी होती है।उसके फल स्वरुप वह अपने लक्ष्य को हासिल कर सकता है।
खिलाडीयो की दिनचर्या कैसी हो? उसका विस्तृत विवेचन हम करने वाले हैं।
1 सुबह का उठना- अच्छे खिलाड़ी को जीवन में कामयाब बनने के लिए सुबह 4:00 से 5:30 बजे तक नींद से जागना स्वस्थ के लिए काफी लाभदायक होता है। सुबह में हम पूरी ऊर्जा से भरे होते हैं। सुबह जल्दी उठने से हम पूरे दिन की दिनचर्या को अच्छी तरह निभाते हैं। सुबह के जरूरी काम निपटा निपटा कर हमें सुबह एक घंटा व्यायाम या खेल की प्रेक्टिस करना चाहिए। बाद में अगले काम करना चाहिये।
2 स्नान- करने के लिए मौसम के अनुसार थोड़ा सा गर्म पानी का प्रयोग करना अच्छा होता है, ज्यादा गर्म पानी से नहाने से हमारी त्वचा को नुकसान होता है। नहाने का पानी ताजा होना चाहिए। नहाने से हमारी त्वचा साफ होकर खून का प्रेशर कंट्रोल होता है। हम ताजगी का अनुभव कर सकते हैं, नहाने के बाद आप थोड़ी देर ध्यान या पूजा करना मन की शांति के लिए अच्छा होता है।
3 सुबह का नाश्ता- हर खिलाड़ी को अपने खेल के अनुसार नाश्ता करना चाहिए। नाश्ते में दुध, अंडे ड्राई फूड और फल आदि का प्रयोग होना चाहिए।
4 दोपहर का भोजन- खिलाड़ी का भोजन हेल्थी होना चाहिए। अपने खेल के मुताबिक अनुसार भोजन की मात्रा तय करनी चाहिए। ज्यादा ऑयली और फास्ट फूड खाने से बचना चाहिए।
5 दोपहर का भोजन- खिलाड़ियों का दोपहर का भोजन सकस और स्वयंपूर्ण चाहिए दिन में वर्क आउट (काम का बोझ) से वह आसानी से हजम होता है।
6 दोपहर का नाश्ता - खिलाड़ियों को नियमित नियमित अंतराल से भोजन के मात्रा की आवश्यकता होती है, इसलिए दोपहर के नाश्ते में दुध, ड्राई फूड,और फल खा सकते हैं।
7 रात का भोजन- रात के समय का भोजन सूर्यास्त के समय ही करना अच्छा होता है देर रात भोजन करने से वह अपचन की समस्या होती है।
8 पानी पीने का तरीका-
खाना खाते समय पानी घुट- घुट करके पीना चाहिए। खाना खाने के बाद 30 मिनट के अंतराल के बाद पानी पीना चाहिए। हमें दिन भर में 8 से 10 ग्लास से ज्यादा पानी पीना चाहिए।
9 नशीले पदार्थों से दूरी- खिलाड़ियों को नशीले पदार्थ और दवाईयों का सेवन नहीं करना चाहिए जिससे कि उसकी आदत पड़ जाने से अपनी मेहनत बर्बाद हो सकती है। आपको आदत पड सकती है।
10 सकारात्मक सोच- हर परिस्थिति में डट कर खड़ा रहना, उसका सामना करना खिलाडी का खिलाड़ीपन दर्शाता है। परेशानियां या संकट समय में सकारात्मक सोच में हम परिस्थिति पर विजय हासिल कर सकते हैं।
Thank you for this information sir
जवाब देंहटाएंSirhgghi
जवाब देंहटाएंTysm for this❤
जवाब देंहटाएंThanks sar
जवाब देंहटाएंThanks sir for information 😌
जवाब देंहटाएंThanks sir for imfinformat
जवाब देंहटाएंTysm sir for giving information
जवाब देंहटाएंThanks sir for this information ☺️
जवाब देंहटाएंThanks sir sahil khillare 9th
जवाब देंहटाएं