गोला फेक (shot put) की विस्तृत जानकारी।
गोला फेंक
एथलेटिक्स स्पर्धा में थ्रोइंग इवेंट में गोलाफेंक (shotput ) एक महत्वपूर्ण खेल है। इसके खिलाड़ी काफी हट्टे कट्टे और मजबूत होते हैं और अपनी ताकत का उपयोग कर गोले को ज्यादा से ज्यादा दूर फेंक कर अपनी ताकत का परिचय देते हैं। 17 वी सदी में इंग्लैंड के सैनिकों में दोनों हाथ से 25. 4 के. जी. वजनी गोला फेंकने की प्रतियोगिता होती थी उसके बाद 1806 से पुरुषों की और 1948 से महिलाओं के लिए आधुनिक नियमानुसार स्पर्धा से शुरू हुई।
गोला फेक
गोला फेंका वर्तुल का घेरा। 2.135 मीटर होता है। इसका सेक्टर कोन 34.92° होता है।
स्टॉप बोर्ड
स्टॉप बोर्ड की लंबाई 1.21 मी, 1.23 मीटर तक होती है।
चौड़ाई 11.2 सेंटीमीटर से 11.6 सेंटीमीटर तक होती है। और इसकी ऊंचाई 10 सेंटीमीटर होती है।
गोला पीतल अथवा लोहे का होता है जिसका वजन 7.260 से 7.265 किलोग्राम तक पुरुषों के लिए होता है। वहीं महिलाओं के लिए 4 किलोग्राम से लेकर 4.05 किलोग्राम तक होता है।
गोले का घेरा पुरुषों के लिए 11 से 13 सेंटीमीटर तक होता है वहीं महिलाओं के लिए 9.5 से 11 सेंटीमीटर तक होता है।
स्टॉप बोर्ड
स्टॉप बोर्ड को सफेद रंग दिया जाता है। स्टॉप बोर्ड को गोल वर्तुल को चिपककर कील से अच्छी तरह फिट पक्का बिठाया जाता है।
गोला फेंक के नियम।
1 सर्कल में आने के बाद पहले स्थिर होकर बाद में फेंकने की शुरुआत करनी होती है।
2 गोला गर्दन के पास पकड़ना होता है।
3 गोला फेकते समय हाथ कंधे से पीछे नहीं जाना चाहिए।
4 गोले को एक हाथ से फेकना होता है।
5 गोला फेंकने के बाद पिछले हाफ सेक्टर में से बाहर निकलना है।
6 गोला फेंकते समय खिलाड़ी का पैर बोर्ड को अंदर से साइड में टच हुआ तो चलता है पर बोर्ड पर पैर रखना मना है।
फाउल
1 गोला फेंककर सामने के क्षेत्र से बाहर निकालना फाउल होता है।
2 गोला फेंकते समय स्टॉप बोर्ड पर अथवा आगे के मैदान का स्पर्श होना फाउल होता है।
3 गोला फेंकने के प्रयास में गोला हाथ से छूटकर गिर जाना फाउल होता है।
4 गोला सेक्टर लाइन से बाहर फेंकना फाउल होता है।
गोला फेंक
जवाब देंहटाएंएथलेटिक्स स्पर्धा में थ्रोइंग इवेंट में गोलाफेंक (shotput ) एक महत्वपूर्ण खेल है। इसके खिलाड़ी काफी हट्टे कट्टे और मजबूत होते हैं और अपनी ताकत का उपयोग कर गोले को ज्यादा से ज्यादा दूर फेंक कर अपनी ताकत का परिचय देते हैं। 17 वी सदी में इंग्लैंड के सैनिकों में दोनों हाथ से 25. 4 के. जी. वजनी गोला फेंकने की प्रतियोगिता होती थी उसके बाद 1806 से पुरुषों की और 1948 से महिलाओं के लिए आधुनिक नियमानुसार स्पर्धा से शुरू हुई।
गोला फेक
गोला फेंका वर्तुल का घेरा। 2.135 मीटर होता है। इसका सेक्टर कोन 34.92° होता है।
स्टॉप बोर्ड
स्टॉप बोर्ड की लंबाई 1.21 मी, 1.23 मीटर तक होती है।
चौड़ाई 11.2 सेंटीमीटर से 11.6 सेंटीमीटर तक होती है। और इसकी ऊंचाई 10 सेंटीमीटर होती है।
गोला पीतल अथवा लोहे का होता है जिसका वजन 7.260 से 7.265 किलोग्राम तक पुरुषों के लिए होता है। वहीं महिलाओं के लिए 4 किलोग्राम से लेकर 4.05 किलोग्राम तक होता है।
गोले का घेरा पुरुषों के लिए 11 से 13 सेंटीमीटर तक होता है वहीं महिलाओं के लिए 9.5 से 11 सेंटीमीटर तक होता है।
स्टॉप बोर्ड
स्टॉप बोर्ड को सफेद रंग दिया जाता है। स्टॉप बोर्ड को गोल वर्तुल को चिपककर कील से अच्छी तरह फिट पक्का बिठाया जाता है।
गोला फेंक के नियम।
1 सर्कल में आने के बाद पहले स्थिर होकर बाद में फेंकने की शुरुआत करनी होती है।
2 गोला गर्दन के पास पकड़ना होता है।
3 गोला फेकते समय हाथ कंधे से पीछे नहीं जाना चाहिए।
4 गोले को एक हाथ से फेकना होता है।
5 गोला फेंकने के बाद पिछले हाफ सेक्टर में से बाहर निकलना है।
6 गोला फेंकते समय खिलाड़ी का पैर बोर्ड को अंदर से साइड में टच हुआ तो चलता है पर बोर्ड पर पैर रखना मना है।
फाउल
1 गोला फेंककर सामने के क्षेत्र से बाहर निकालना फाउल होता है।
2 गोला फेंकते समय स्टॉप बोर्ड पर अथवा आगे के मैदान का स्पर्श होना फाउल होता है।
3 गोला फेंकने के प्रयास में गोला हाथ से छूटकर गिर जाना फाउल होता है।
4 गोला सेक्टर लाइन से बाहर फेंकना फाउल होता है।
yes sir
जवाब देंहटाएंAbhijeet here