हाइजीन (hygiene) शब्द का मतलब और व्याप्ती।

  •  हाइजीन (hygiene) शब्द का मतलब और व्याप्ती।

आज के वैश्विक महामारी के दौर में हम खुद को फिट, स्वास्थ रहने के संदर्भ मे हैजिनिक यह शब्द लगातार सुनने में आ रहा है। तो इस शब्द को आज हम अच्छी तरह से समझते है। 

हाइजीन  (hygiene) शब्द का मतलब और व्याप्ती।


हाइजीन शब्द की उत्पत्ति हायजिया शब्द से हुई है।  जो वास्तव में एक यूनानी भाषा का शब्द है। जिसका अर्थ होता है स्वास्थ्य की देवी यूनान के लोगों का यह मानना है कि उनके स्वस्थ की देखभाल हाईजीनस नामक देवी करती है। जिस प्रकार हाईजीनस का तात्पर्य स्वास्थ्य की देवी होता है, उसी प्रकार है हायजिन का अर्थ होता है, कि वह विज्ञान जो स्वास्थ्य की रक्षा तथा सुरक्षा करता है, इसके अंतर्गत वह सभी क्रियाएं तथा गतिविधियां सम्मिलित हो जाती है जो मानव के विकास को किसी भी प्रकार से प्रभावित करती है। इस सत्य को दो भागों में बांटा जा सकता है।



१ सार्वजनिक पक्ष

 इसके अंतर्गत निम्न तत्व सम्मिलित होते हैं-

१ आवास की सामग्री व प्रबंध

 २ जलवायु

 ३ प्रकाश ताप तथा वायु गमनागमन की व्यवस्था

 ४ मिट्टी

५ चरित्र


 2 व्यक्तिगत पक्ष -

 इनमें निम्न तत्वों का समावेश होता है।

 १ नींद 

 २ भोजन

 ३ वस्त्र 

 ४ विशेष आदतें 

 ५ कार्य

 6 जल एवं अन्य पेय 

 ७ व्यायाम

 ८ व्यक्तिगत स्वच्छता

हाइजीन  (hygiene) शब्द का मतलब और व्याप्ती।


 बच्चों को इस बात का ज्ञान नही होता कि उनके लिए किस प्रकार का भोजन या वातावरण अच्छा है और किस प्रकार का हानिकारक और उनसे यह अपेक्षा करना कि वह एक स्वच्छ वातावरण बनाने का कार्य करेंगे उनसे अन्याय होगा इसलिए इस प्रकार के आदतें बच्चों में माता-पिता द्वारा डाली जानी चाहिए क्योंकि बच्चों के लिए घर एक स्थान होता है जहां पर अपने जीवन में सबसे पहली शिक्षा प्राप्त करते हैं बचपन में जो आदते बच्चों को पड़ जाए वह फिर जिंदगी भर नहीं बदली जा सकती इस प्रकार स्वच्छता का महत्व तथा उनसे संबंधित जानकारी बच्चे को घर से ही प्राप्त होनी चाहिए। घर के बाद जिस स्थान पर बच्चा अपनी शिक्षा ग्रहण करता है वह होता है विद्यालय विद्यालय में अध्यापक का कार्य होता है कि वह बच्चों का स्वास्थ संबंधी आदतों पर पूर्ण ध्यान रखें शुरू से ही स्वास्थ्य का जीवन में महत्व बच्चों का समझाना चाहिए और उनमें ऐसी आदतें पैदा करनी चाहिए जानी चाहिए जिससे बच्चा खुद के स्वास्थ्य के प्रति सचेत हो सके इस प्रकार स्वास्थ्य के लिए व्यक्तिगत स्वच्छता का बच्चों को सिखाना आवश्यक होता है इसके अंतर्गत एक व्यक्ति यह सिखाता है कि किस प्रकार वह खुद को स्वस्थ रख सकता है। निम्नलिखित तत्वों का समावेश इसके अंतर्गत होता है।

 १ व्यक्तिगत सफाई- दाता, आंखे, कान, नाक, नाखून, त्वचा, बाल, मल- मूत्र त्याग।

२ भोजन और खाना।

 ३ विश्राम नींद और आराम।

 4 थकान।

 5 व्यायाम।

टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

Govardhanwahul@gmail.com

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

लम्बी कूद (long jump) करने की विधि और जम्प से जुड़े पहलू की विस्तृत जानकारी।

दौड़ प्रतियोगिता की विस्तृत जानकारी।

खिलाड़ी की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए?