शिशु काल में अच्छे स्वास्थ्य शिक्षा का महत्व।
शिशु काल में अच्छे स्वास्थ्य शिक्षा का महत्व।
अगर हम अच्छे स्वास्थ्य की बात करें, तो इसकी शुरुआत हमारे बचपन से ही होती है। शिशु काल में हम पर स्वास्थ संबंधी जो संस्कार होते हैं, वह हमारे जीवन का आधार होते हैं। उसी के साथ हम बड़े होते हैं, वह बचपन की आदतो के साथ हम एक स्वास्थ वयस्क के रूप में विकसित होते हैं।
स्वास्थ्य शिक्षा व्यक्ति के जीवन में विशेष महत्व रखती है वह नीचे गए दिए बातों से स्पष्ट होती है।
1 अच्छा स्वास्थ्य प्रत्येक व्यक्ति का अधिकार और कर्तव्य है, क्योंकि इसके इसे बनाना या बिगाड़ना सिर्फ उसी के हाथ में होता है।
2 स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रम केवल एक विद्यार्थी पर ही अपना प्रभाव नहीं छोड़ते उसका असर पूरे समाज पर होता है।
3 स्वास्थ्य शिक्षा एक विद्यार्थी को विभिन्न प्रकार के रोगों से तथा दोषों से बचाने में सहायक होती है। इसमें विभिन्न प्रकार के रोग जैसे कान के, आंख के, साथ ही कुपोषण संबंधित रोग नहीं होते। क्योंकि इनसे बचाने की जानकारी स्वास्थ्य शिक्षा के अंतर्गत विद्यार्थियों को दी जाती है।
4 यदि स्वास्थ शिक्षा विद्यार्थियों को दिए जाए तो वह घर के लोगों को यह बातें बताकर उन्हें स्वास्थ्य करते हैं। इनका अनुसरण परिजन साथ ही समाज में स्वास्थ शिक्षा शिक्षा का प्रसार होता है।
5 शारीरिक दोषों को दूर करना, विद्यार्थियों को कुछ जन्म से ही रोग होते हैं। जैसे शारीरिक विकृति, मानसिक रोग, इस तरह के दोषों को स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से कम या पूरी तरह से ठीक कर सकते हैं।
6 स्वास्थ्य पर ही एक मनुष्य की सभी कार्य करने की क्षमता निर्भर करती है, इसलिए यह एक व्यक्ति के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है।
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