महिला और पुरुषों के बीच शरीर रचना और शारीरिक भेद । Anatomical differences between women and men.

 महिला और पुरुषों के बीच शरीर रचना और शारीरिक भेद।

निसर्ग ने महिला और पुरुषों में शारिरिक भेद किया है। इसलिए ये दोनो कुछ काम बखूबी कर सकते है जब की दूसरा इस काम को करने मे परेशानी होती है। तो आज हम यह भेद जानने की कोशिश करेंगे।


महिला

 1 वयस्क होने से पूर्व लड़कियां तेजी से बढ़ती है और 14 वर्ष के बाद धीमी गति से बढ़ती है।

 2 लड़कियां कद में छोटी होती है और वे जल्दी ही परिपक्व हो जाती है।

3 महिलाओं के छाती का आकार उभरा होता हैं जो दौड़ने में परेशानी करते हैं।

 4 महिलाओं का शरीर बड़ा होता है और अंग छोटे होते हैं इनका गुरुत्व केंद्र भी नीचा होता है उन्हें कुदने में परेशानी होती है जबकि संतुलन वाली स्पर्धाओं में जैसे जिमनास्टिक और तैराकी में उन्हें फायदा रहता है।

5 महिलाओं के कंधे ताकत में कमजोर होते हैं और उनकी हड्डियां भी कमजोर होती है इसलिए इन्हें थ्रोइंग और लिफ्टिंग स्पर्धाओं में परेशानी महसूस होती है।

 6 महिलाओं का कद 18 से 20 साल की आयु तक बढ़ता है।

 7 पेशी तंत्र अलग होने की वजह से उनमें कम पेशी ताकत होती है और वे अपनी पेशियों को भारी प्रशिक्षण के बावजूद भी सुधर नहीं सकती। इसलिए वे खींचना, धक्का देना, मारना और लिफ्टिंग जैसी क्रिया कल्पो में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाती।


 पुरुष

1 वयस्क होने से पूर्व लड़कों का विकास धीमी गति से होता है जबकि 14 से 16 वर्ष की आयु के बाद लड़के तेजी से बढ़ते हैं । 

2  लड़के सामान्यता लंबे होते हैं उनकी ऊंचाई ज्यादा होती है और वह बाद में परिपक्व होते हैं। 3 पुरुषों के नितंब छोटे (छाती का आकार) होते हैं जिससे वे दौड़ने वाली स्पर्धाओं में अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। 

4 पुरुषों का कद बड़ा होता है और टांगे लंबी होती है उनका गुरुत्व केंद्र ऊंचा होता है जिसके परिणाम स्वरूप व स्थिर अवस्था में रहते हैं वे अधिक गति से कसरते बदल सकते हैं और कूद सकते हैं लेकिन वह जिमनास्टिक जैसी स्पर्धाओं में संतुलन साधने का नुकसान भी उठाते हैं।

 5 पुरुषो के कंधे चौड़े और ताकतवर होते । वे थ्रोइंग स्पर्धाओं में रस्सी चढ़ना, पोल वॉल्ट, और चक्रीय स्पर्धाओं जैसे जिमनास्टिक में रोमन रिंग्स आदि में अच्छे प्रदर्शन कर सकते हैं ।

6 लड़के 20 से 23 साल की आयु तक बढ़ते रहते हैं ।

7 पुरुष अधिक पेशी ताकत रखते हैं पेशी तंत्र की वजह से ही वे स्लैपिंग, पुटिंग, पंचिंग, पुस्लिडिंग, स्ट्राइकिंग किकिंग और स्कीइंग गतिविधियों में अच्छा प्रदर्शन करने में सक्षम होते हैं।

महिला और पुरुषों के बीच शरीर रचना और शारीरिक भेद।


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