शारिरिक फ़िटनेस और चिकित्सा के तत्व।

 शारीरिक फिटनेस और चिकित्सक के तत्व।

 जो व्यक्ति शारीरिक रूप से फिट होता है वह अपने दिनभर के काम बिना थके उत्साह पूर्वक पूरे करता है। शारीरिक दृष्ट्या फिट व्यक्ति निरोगी रहकर संकट के समय में या मानसिक दबाव में वह हर परिस्थिति को सहज निभाता पार करता है। शारीरिक दृष्टि से फिट व्यक्ति दूसरों की तुलना में अधिक उत्साह पूर्व।और सुखभरा जीवन व्यतीत करता है। इसलिए विद्यार्थियों के जीवन शैली में बदलाव लाने के लिए इन्हें शारीरिक फिटनेस के प्रति आवश्यक कौशल, ज्ञान, और मूल्य का पता होना आवश्यक है।


 शारीरिक सुदृढ़ता की व्याख्या।

 शरीर को शरीर की सभी संस्थाओं का आरोग्य दाई और इनका काम सहज और अच्छी क्षमता से पूरा करने की क्षमता इसे हम शारीरिक सुदृढ़ता कहते हैं।


 शारीरिक सुदृढ़ता के घटक।

 शारीरिक सुदृढ़ता के मुख्य दो घटक है।

1 आरोग्यधिस्टीत शारीरिक सुदृढ़ता। (HRPF) 

Health related physical fitness

2 कौशल्य धिस्टीत शारीरिक सुदृढ़ता (SRPF)

Skill related physical fitness or motor fitness





1 आरोग्यधिस्टीत शारीरिक सुदृढ़ता।

 सर्व सामान्य व्यक्ति को दैनंदिन जीवन ऊंचे दर्जे का जीने के लिए आरोग्यधिस्टीत शारीरिक सुदृढ़ता की आवश्यकता होती है। इसमें चार स्तर का समावेश होता है। यह स्तर का उच्च स्तर पाने से हमें आरोग्यधिस्टीत शारीरिक सुदृढ़ता की प्राप्ति होती है। 

A) हृदय की मजबूती। cardio vascular endurance

 व्याख्या- थकावट की स्थिति में हमें सातत्यपूर्ण स्पूर्ति से हलचल करने की क्षमता को रुधिरभिसरन दमदारपना कहते हैं। यह घटक हमारे पूरे शरीर को अधिक तेजी से ऑक्सीजन युक्त खून का पुरवठा करने में मदद करता है। इस घटक के विकास से जो कार्य में हम हमें श्रम करना पड़ता है ऐसे काम को हम ज्यादा देर तक कर सकते हैं। 

B स्नायु की ताकत और दमदारपान (muscular strength & edurance)

व्याख्या- एक बार कोशिश से प्रतिरोध के विरुद्ध बल निर्मिती करने की स्नायु की क्षमता को हम ताकत कहते हैं। थकावट की अवस्था में बार-बार बल का प्रयोग करने की क्षमता को दमदार पना कहते हैं।

C) लचीलापन flexibility

 पूर्ण विस्तार से हलचल करने की जोड़ों की क्षमता को लचीलापन कहते हैं। शरीर का लचीलापन शारीरिक सुदृढ़ता का लक्षण होता है। 

D शरीर घटक रचना। body composition 

 शरीर में फैट की मात्रा और बिना मेंद / फैट के शरीर का वजन इसका अनुपात को शरीर रचना कहते हैं। योग्य आहार और व्यायाम से हम अपने शरीर को प्रमाण मत रख सकते हैं।


2 कौशल्यधिस्टीत शारीरिक सुदृढ़ता।

 शारीरिक क्षमता पर निर्भर विशेष कुशलता हासिल करने के लिए कौशल्यधिस्टीत शारीरिक सुदृढ़ता की आवश्यकता होती है। 


सुदृढ़ता के घटक।

A गति speed

व्याख्या कम से कम समय में अधिक गति से पूरे शरीर की हलचल करने की क्षमता को गति कहा जाता है।

B दिशाभिमुखता agility 

अधिकतम गति से शरीर स्थिति और दिशा अचूक तरीके से बदलने की क्षमता को दिशाभिमुखता कहते हैं। 

C शक्ति power

 व्याख्या- गति से बल का उपयोग करने की क्षमता को शक्ति कहा जाता है।

D समन्वय co-ordination

 कौशल्य रूप से हाल-चाल करने की क्षमता को समन्वय कहा जाता है।

 शारीरिक सुदृढ़ता प्राप्त करना और इसे बनाए रखना यह एक गतिशील प्रक्रिया है। यह हमारा जीवन का हिस्सा है इसलिए इसके प्रति हमें सदैव जागृत रहना चाहिए।


टिप्पणियाँ

एक टिप्पणी भेजें

Govardhanwahul@gmail.com

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

गर्मी के दिनों में अपनी सेहत का ख्याल रखें। Take care of your health during summer.

खिलाड़ी की दिनचर्या कैसी होनी चाहिए?

खो-खो खेल का मैदान और नियम की जानकारी।