शारीरिक चोट, प्रथमोपचार और इलाज।
शारीरिक चोट, प्रथमोपचार और इलाज।
शारीरिक चोट
कोई भी खेल खेलते समय शारीरिक चोट लगने की संभावना होती है।
शारीरिक जख्म होने के प्रमुख कारण।
1 lack of bio mechanics principales जीवयंत्रिकी विद्यशाखा का अभाव।
2 over use क्षमता से ज्यादा कार्य
3 lack of preparation अपूरी कार्य क्षमता और कार्यक्षमता तैयारी का अभाव।
1 जीवयंत्रिकी विद्यशाखा।
(faculty bio mechanics)
खेल संबंधी तंत्रिक हालचाल और उसके अंतर्गत आने वाले अनेक अवयव और उनकी कार्य को तंत्र शुद्ध अध्ययन का अभाव।
2 क्षमता से ज्यादा कार्य। (over use)
प्रैक्टिस करते समय या नियमित सराव में खिलाड़ियों से उनकी शारीरिक क्षमता के अनुरूप प्रैक्टिस करवाई जानी चाहिए। हर खिलाड़ी का स्टैमिना क्षमता अलग अलग होता है। यह बात ध्यान में रखकर उनका वर्कआउट देना चाहिए, जिससे कि खिलाड़ी की खेल में प्रगति हो।
3 अपर्याप्त कार्यक्षमता और कार्यक्षमता की तैयारी की कमी। (lack of prepration and inadequate fitness )
प्रैक्टिस और खेल शिविर में खिलाड़ी शरीर दृष्टि से तंदुरुस्त ना होने के कारण और प्रशिक्षक के व्दारा तंत्रशुद्ध सराव ना होने से खिलाड़ियों को जख्म होने की संभावना होती है इसलिए खिलाड़ियों पर उसका परिणाम होकर वह अच्छी तरह से नहीं खेल पाता है।
खेल में चोट लगने के कारण। ( injurys causes )
खेल में चोट लगने के दो कारण होते हैं।
1 बाह्य कारण Extrinsic Causes
A खेल में गड़बड़ी करना।
B खेल में एक दूसरे से टकराना। collison
C खेल का मैदान। ground surface
D खेल के जूते। foot wear
E वातावरण। enviorment
F पोशाख। clothing
G साहित्य का अभाव। imformation equailments
2 आंतरिक कारण। interinsic cause
A स्नायु समन्वय का अभाव।
B तांत्रिक दृष्टि से कमजोरी।
C लचीलेपन का अभाव।
D वार्म अप और कुलिंग डाउन व्यायाम।
E थकावट। fatigue
इन सभी कारणों से खिलाड़ियों को चोट या जख्म हो सकती है।
चोट लगने के प्रकार
A खरोचना (minor injury-10%)
B बढ़ी जखम (major injury-90%)
1 खरोचना।
दर्दभरी जखम। acute injury
B पुराना जक्खम। cronic injury
A तीक्ष्ण स्वरूप की जक्खम। acute injury
इसमें जोड़ों को मार लगना और हड्डी का टूटना इसका समावेश होता है।
B पुराना जख्म। (cronic injury)
इसमें आम तौर पर मासपेशियों का दर्द, पीठ का दर्द, स्नायु के दर्द का समावेश होता है।
प्रथमोपचार और उपाय।
प्रतिबंधउपाय (prevention)
खिलाड़ियों को जख्मी होने से बचाने के तीन प्रकार होते हैं।
A प्राथमिक उपाय। primary prevention
इस में प्रकृति तंदुरुस्ती और रोग प्रतिबंधक लस का समावेश होता है।
B दुत्तीय प्रतिबंध उपाय। (सेकेंडरी प्रिवेंशन) इस में रोग का निदान करके उस पर उपचार और जख्म की वेदना को कम या रोकने का काम करना होता है।
C तृत्तीय प्रतिबंध उपाय।
इसमें खिलाड़ियों को पूर्व स्थिति में लाना और जख्म की वेदना को खत्म करना होता है।
5 जख्म प्रतिबंध।
factor of injury prevention
1 correct bio mechanics
अचुक जीव यांत्रिकी सराव इसमें तंत्र और,अच्छे रहो, कौशल्य का उपयोग कर प्रेक्टिस करना होता है।
2 वार्म अप
worm up से खिलाड़ी स्पर्धा अथवा सराव के लिए तैयार होकर उसे खेल में मार लगने का खतरा नहीं होता है और वह खेल में अच्छा प्रदर्शन करता है।
3 streching
लचीलापन से खेल कौशल को अच्छी तरह से प्रदर्शन किया जा सकता है जिससे खेल का स्तर ऊंचा होता है।
व्यवस्थापन
अगर खेल खेलते समय या सराव के समय बड़ी जखम होने पर जख्म का व्यवस्थापन पर मैं यह सूत्र का आवलंब करना चाहिए। (SALTAB)
1 s -seen देखना जखम कहा है और उसकी गहराई को समझना है।
2 A -ask पूछना खिलाड़ियों को वेदना के बारे में पूछो चोट की तीव्रता के बारे में पूछो उस अवयव की हलचल की जांच करो।
3 L-look देखना।
चोट को देखो उस पर सूजन या आकर में बदलाव के अनुरूप उपचार करना है।
4 T - touch जिस जगह पर चोट लगी है वह जगह पर स्पर्श करके उसकी वेदना को समझना है।
5 Active movement जीस अवयव पर चोट लगी है, वह भाग निष्क्रिय हुआ है क्या? क्या वह खुद हलचल कर सकता है? यह जानकर उस पर उपचार करें।
6 passive movement - निष्क्रिय हालचाल चोट लगा हुआ अवयव निष्क्रिय हुआ है? क्या खिलाड़ि अवयव की हलचल खुद कर सकता है? यह जानकर उस अनुसार उपचार करना है।
प्राथमिक उपचार।
R -rest जख्मी खिलाड़ियों को आरामदायक स्थिति आराम करने दें।
I-ice चोट पर बर्फ़ से सेके।
C-compression चोट की जगह से अगर खून बहता हो तो उस पर बैंडेज बांध कर खून को रोकने का प्रयत्न करें।
E-eduction
जिस जगह पर चोट लगी है उसे ऊपर के तरफ पकड़े रखें जिससे खून रोकने में मदत हो।
yes sir I got it
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