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कराटे प्रतियोगिता कैसे खेली जाती है? How is karate competition played?

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कराटे प्रतियोगिता कैसे खेली जाती है? How is karate competition played?   कराटे प्रतियोगिता से जुड़ी हर तैयारी की जानकारी- कराटे वैसे तो आत्मरक्षा के लिए जाना जाता है। पर यह एक खेल के रूप में भी काफी मजेदार और कौशल पूर्ण है। कराटे की जिला लेवल से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतियोगिताएं होती है। तो आज हम कराटे की प्रतियोगिता से जुड़े हर जरूरी बातों को जानने वाले हैं।   सुरक्षा साधन - (sefty equipment) कोई भी खेल हो उसे खेलने से पहले हमें अपनी सुरक्षा का ख्याल रखना चाहिए। तभी जाकर हम अच्छी तरह से खेल को खेल सकते हैं। तो खिलाड़ी की सुरक्षा के लिए कराटे में भी उच्च सुरक्षा साधनों का उपयोग किया जाता है। १ चेस्ट गार्ड- जो पेट,  शीना और बैक साइड को सुरक्षा प्रदान करता है।  २ हेड गार्ड - जिससे हमारा सिर और मुंह बचा रहता है। 3 तीथ गार्ड - जो हमारी दातों की सुरक्षा करता है। ४ सेंटर गार्ड - हमारी नाजुक अंग की सुरक्षा के लिए होता है। ५ हैंड ग्लब्स - हाथ से होने वाली मार   की तीव्रता  को कम करता है। ६ शिन गार्ड - किक की मार से बचाता है।   कराटे की फाइटिंग एरिया - कराटे प्रतियोगिता के लिए 10 बाय

हनुमान दंड कैसे लगाए। Method and benefits of Hanuman dand (push ups)

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  हनुमान दंड कैसे लगाए। Method and benefits of Hanuman dand (push ups) हनुमानजी शौर्य और ताकत के प्रतीक है। यह दंड नियमित रूप से करने पर हमें इसी तरह के लाभ प्राप्त होते हैं। यह एक कंपलीट वर्क आउट है। इससे हमें शक्ति और लचीलापन प्राप्त होता है।  हनुमान दंड लगाने का तरीका   १ अपने हाथ और पैर जमीन पर दंड पोजीशन में रखे। २ शुरुआत में सीधा पैर घुटने से मोड़कर आपके हाथ के बाजू में रखकर दंड लगाए। ३ दंड लगाने के बाद अपना पर उसी स्थान पर दंड पोषण में ले जाए। ४ अब यही क्रिया दूसरे पैर के साथ करें। ५ इस तरह अपनी क्षमता अनुसार इस दंड को लगाए। हनुमान दंड नियमित करने से होने वाले लाभ। १ शरीर के सभी जोड़ों का व्यायाम होता है। २ हाथ के बाजू मजबूत बनते हैं। ३ छाती चौड़ी और मजबूत होती है।  ४ हमारे कंधे भारदार और मजबूत होते हैं।  ५ पीठ के स्नायु लचीले और मजबूत होते हैं।  ६ एथलेटिक्स धावक की धावन क्षमता में बढ़ोतरी होती है।  ७ शक्ति में बढ़ोतरी होती है।   नोट- जिन्हें कमर में दर्द या कोई बीमारी हो वह डॉक्टर की सलाह के बाद ही यह वर्कआउट करें।   हनुमान दंड लगाने का सही वक्त - यह दंड सूर्योदय से पूर्व खाली